सनातन परमादेश - 8
विषय - अखंड भारत वर्तमान में है ये हमें समझना चाहिए ।
आरएसएस प्रमुख के द्वारा एक बयान दिया गया है उसमें उन्होंने बोला है कि अखंड भारत है यह हमें समझ कर चलना चाहिए इसका तात्पर्य क्या हुआ इसका तात्पर्य यह है कि हम अखंड भारत के संबंध में कोई भी कार्य नहीं करने वाले हैं वास्तव में अखंड भारत पहले था लेकिन अभी अखंड भारत नहीं है अभी भारत खंड-खंड है और यह कई हिस्सों में बटा हुआ है लेकिन आरएसएस प्रमुख ने यही कहा है कि हमें अखंड भारत मानकर चलना चाहिए इसके लिए हमें कार्य नहीं करना है अर्थात कार्य क्यों नहीं करना है जब आप पहले से ही मन बना कर बैठे हुए हो की अखंड भारत है फिर कार्य आप क्या करोगे पहले से ही मानना सही नहीं है इसलिएअखंड भारत के कार्य करने के लिए हमें प्रतिबद्ध होना पड़ेगा और इसके लिए अखंड भारत की योजना प्रॉपर बनानी होगी अखंड भारत अभी नहीं है लेकिन आरएसएस प्रमुख ने यह माना है कि अखंड भारत है अखंड भारत इस समय में नहीं है क्योंकि वहां हिंदुओं हिंदू शासित राजा नहीं है हिंदू शासित शासन नहीं है जहां हिंदुओं का शासन है सिर्फ वही भारत है सिर्फ वही भारत माना जा सकता है जहां हिंदुओं का शासन नहीं है वह भारत नहीं है जहां हिंदुओं की जनसंख्या नहीं है वहां भारत नहीं है अर्थात यह कहना की अखंड भारत है यह सही नहीं है जिससे व्यक्तियों में भ्रम फैला है व्यक्तियों में सही तरह से अपने आप को प्रचार प्रसार नहीं हो पता है इसलिए यह आवश्यक है कि सही इनफॉरमेशन का प्रचार प्रसार किया जाए गलत इनफार्मेशन नहीं फैलाई जाए अभी तो हमारे देश में भी कई जगह पर हिंदुओं की संख्या कम हो गई है कुछ राज्यों में हिंदू माइनर हो गए हैं और आरएसएस प्रमुख ने कहा है कि आप तीन से अधिक बच्चे पेदा ना करें जिस क्षेत्र में हिंदू माइनॉरिटी है उसे क्षेत्र में हिंदुओं को अपनी जनसंख्या बढ़ने का पूरा अधिकार है लेकिन जहां प्रॉपर है वहां वह मेंटेन रख सकते हैं लेकिन आरएसएस प्रमुख के द्वारा दिए गए बयान सनातन हिंदू धर्म के खिलाफ हैं और यह स्वीकार नहीं किया जाएगा और वह यह भी कह रहे थे कि पहले भी राजाओं के बीच में युद्ध हुआ करता था लेकिन वह वह संघर्ष हिंदुओं के बीच में था वह अन्य के बीच में नहीं था अभी आप अखंड भारत में कहीं भी वीजा बिना घूम नहीं सकते अर्थात अखंड भारत नहीं है